Friday, June 10, 2011

दो घंटे में वीरान हुआ पंडाल


भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन कर रहे बाबा रामदेव और उनके हजारों समर्थकों को शनिवार-रविवार की रात पुलिस ने जबरन खदेड़ दिया। दो घंटे के आपरेशन के दौरान पुलिस ने सत्याग्रहियों को चारो ओर से घेरने के बाद लाठियां बरसाईं और आंसू गैस के गोलों का जमकर इस्तेमाल किया। कार्रवाई में बाबा के दर्जनों लोग घायल हो गए, जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। योगगुरु समर्थकों के विरोध में 23 पुलिस वाले भी चोटिल हुए हैं। आखिरकार पुलिस ने बाबा को गिरफ्त में ले लिया और सुबह उन्हें विशेष विमान से देहरादून पहुंचा दिया। इतना ही नहीं, पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने को नई दिल्ली जिले में धारा 144 लगा दी है। सरकार ने शनिवार की शाम वार्ता टूटने के बाद बाबा रामदेव से अनशन वापस लेने की अपील की, बात नहीं बनीं तो योग शिविर के लिए दी गई अनुमति वापस ले ली गई। इसके बाद करीब रात करीब एक बजे रात भारी संख्या में पुलिस और त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) रामलीला मैदान में पहुंचा और बाबा समर्थकों से मैदान खाली करने को कहा। समर्थकों के प्रतिरोध करने पर पुलिस ने लाठियां बरसाने के साथ ही आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए। पुलिस कार्रवाई में पंडाल में स्थित 12 मीटर ऊंचा भव्य मंच तहस-नहस हो गया। आंसू गैस का गोला गिरने से मंच पर आग भी लग गई। पुलिस ने लंबे नाटकीय घटनाक्रम और उतार चढ़ाव के बाद बाबा रामदेव को अपनी हिरासत में ले लिया। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने कहा, रामदेव और आयोजकों को मनाने की सभी कोशिशें बेकार होने पर शिविर के लिए दी गई अनुमति वापस ले ली गई। इसके बाद मैदान को खाली कराने का फैसला किया गया। रात में कार्रवाई इसलिए की क्योंकि दिन में इस इलाके में बहुत भीड़ होती है। उन्होंने कहा, पुलिसकर्मी जब रामदेव को हिरासत में लेने के लिए आगे बढ़े तो उनके अनुयायी बीच में आ गए। उन्होंने पत्थर, गुलदस्ते तथा जो भी उनके हाथ आया, उसी से हमले शुरू कर दिए। स्थिति बिगड़ने से रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के आठ गोले दागे, जिससे उनके समर्थक तितर-बितर हो गए। उनके अनुसार, पुलिस तथा बाबा समर्थकों के बीच धक्कामुक्की में चार महिलाओं सहित बाबा रामदेव के 39 समर्थक तथा 23 पुलिसकर्मी घायल हुए और उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हालांकि अस्पताल प्रशासन के अनुसार करीब 100 लोग घायल हुए। लोक नायक अस्पताल के एक चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक इनमें से 71 गंभीर रूप से घायल हुए। भगत ने कहा, अज्ञात लोगों के खिलाफ दंगा भड़काने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने तथा लोक सेवकों के काम में बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया है। वहीं, दिल्ली पुलिस के आयुक्त बीके गुप्ता ने कहा, बाबा रामदेव ने शुरू में कहा था कि 5,000 लोग रामलीला मैदान पर पहुंचेंगे, लेकिन यहां 50,000 से अधिक लोग आए। हम इतने बड़े पैमाने पर भीड़ एकत्र करने की अनुमति नहीं दे सकते। उन्होंने यह कहते हुए पुलिस कार्रवाई का बचाव किया कि आंसू गैस के गोले तभी छोड़े गए जब रामदेव के समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया।

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