Saturday, February 5, 2011

इस बार घुसपैठियों की भी होगी गणना


बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को दरकिनार कर केंद्र सरकार उन्हें जनगणना रजिस्टर में स्थान देने जा रही है। देश में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को 2011 की जनगणना में शामिल किया जाएगा और उनसे संबंधित सभी जानकारियां गोपनीय रखी जाएंगी। विहिप ने इस पर एतराज जताते हुए कहा कि जनगणना में बांग्लादेशी घुसपैठियों को शामिल करने नहीं देश से खदेड़ने की जरूरत है। देश के महा रजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त डॉ.सी. चन्द्रमौलि ने शुक्रवार को यहां पत्रकारों से कहा, 2011 की जनगणना में देश में अवैध रूप से रह रहे विदेशियों की भी गिनती की जायेगी, लेकिन यह पूरी तरह गोपनीय होगी। लोगों से 29 प्रश्न पूछे जायेंगे। यह सारा काम तीन सप्ताह में पूरा किया जाएगा। चन्द्रमौलि ने बताया कि जनगणना का कार्य दो चरणों में किया जा रहा है। दूसरे चरण का फील्ड कार्य अर्थात जनगणना फरवरी-मार्च-2011 के दौरान की जाएगी। जनगणना प्रपत्र में स्त्री, पुरुष के अतिरिक्त एक अन्य कालम भी दिया गया है, जिसमें अन्य की भी गिनती की जाएगी। इसके अलावा इस बार इमेज रिकगनीशन की व्यवस्था की गई है। इस जनगणना में केवल अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजातियों के संबंध में जाति लिखी जाएगी इसके अतिरिक्त किसी भी व्यक्ति से जाति नहीं पूछी जाएगी तथा अन्य जातियों की जानकारी अप्रैल में की जाएगी। उन्होंने कहा, दूसरे चरण में जनगणना की अहम विशेषता यह है कि प्रत्येक व्यक्ति की गणना की जाएगी और एक सुनिश्चित समय पर प्रत्येक व्यक्ति के ब्योरे एकत्र किए जाएंगे। बेघर व घुमंतु परिवारों की गणना 28 फरवरी की रात्रि को की जाएगी.


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