कांग्रेस महासचिव और अमेठी के सांसद राहुल गांधी को अपने ही क्षेत्र के युवाओं की कार्यक्षमता पर भरोसा नहीं है। युवक कांग्रेस के पदाधिकारी सम्मेलन के दौरान दिल की बात जुबां पर आ गई। उन्होंने दो टूक कहा, यहां के लोग काम नहीं करना चाहते। लोगों को काम दिया तो बंद हो सकते हैं कारखाने। राहुल मंगलवार को युवक कांग्रेस के पदाधिकारियों से मुखातिब थे। क्षेत्रीय नेताओं द्वारा गांवों की समस्याएं बताए जाने पर राहुल ने कहा, आप लोग गांव की लड़ाई स्वयं लड़ें। विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष बृजेंद्र शुक्ल ने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में क्षेत्र में स्थापित कारखानों में स्थानीय लोगों को 50 फीसदी रोजगार मिलता था, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा। इस पर कांग्रेस महासचिव ने कहा, यहां के लोग काम नहीं करना चाहते। यहां के लोगों को नौकरी देने से कारखाना भी बंद हो सकता है। उन्होंने पदाधिकारियों को राजनीति का पाठ पढ़ाते हुए कहा, राजनीति तीन स्तर पर होती है। पहली ग्राम पंचायत, दूसरी विधानसभा तथा तीसरी लोकसभा। इसमें सबसे आसान लोकसभा तथा सबसे कठिन ग्राम पंचायत की होती है। आप लोग गांव की लड़ाई लड़कर आगे आएं। हमें दिल्ली की लड़ाई लड़ने दें। क्षेत्र का कार्य आपके कंधों पर है।
यूपी में सरकार बनानी है तो प्रियंका को आगे लाएं :
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मानना है कि प्रियंका ही मायावती का मुकाबला करने में सक्षम हैं। अगर पार्टी को यूपी की सत्ता पानी है तो उसे प्रियंका को आगे करना ही होगा। राहुल ने रायफुलबारी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए मायावती केंद्रीय योजनाओं में अडं़गे लगाती हैं। साथ ही कहा कि राज्य में विकास तभी हो सकता है, जब कांग्रेस की सरकार हो। इसी दौरान सोनू सिंह नामक कार्यकर्ता खड़ा होगा गया और राहुल से कहा, अगर आप यूपी में सरकार बनाना चाहते हैं तो प्रियंका को आगे क्यों नहीं लाते। इस पर राहुल ने कहा, इस बारे में वह उससे अलग से बात करेंगे।
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