Sunday, May 15, 2011

सपा ने किया बसपा के विकल्प का दावा और मजबूत


पिपराइच विधानसभा उप चुनाव में सपा उम्मीदवार राजमती देवी ने रिकार्ड मतों से जीत हासिल की। उनको कुल 56019 वोट मिले। निकटतम प्रतिद्वंदी निर्दलीय जितेंद्र जायसवाल को कुल 29961 मत मिले। इस तरह जीत का अंतर कुल 26058 मतों का रहा। तीसरे नंबर पर रहे भाजपा उम्मीदवार राधेश्याम सिंह 23719 मतों पर ही सिमट गए। इस चुनाव में कुल 124723 मत पड़े थे। मैदान से बाहर होने के कारण गोरखपुर की पिपराइच विधानसभा उपचुनाव के नतीजे भले ही सत्तारुढ़ बसपा के लिए मायने न रखे पर कहीं न कहीं सपा की भारी अंतर से हुई जीत यह संदेश देने के लिए काफी रही कि बसपा के विकल्प के रूप में उसका ही दावा मजबूत है। भाजपा यहां एक निर्दलीय उम्मीदवार से भी पीछे चली गई। शायद यही वजह है कि सपा इतरा कर कह रही है कि यह शानदार जीत 2012 के विधानसभा चुनाव की शक्ल-सूरत बताने के लिए काफी है। कांग्रेस यह बता कर खुश है कि उसके समर्थन के चलते ही सपा उम्मीदवार को भारी मतों से जीत मिली। भले ही बसपा यह कह कर उपचुनाव के नतीजे से अपने को अलग कर ले कि वह चुनाव ही नहीं लड़ी थी, लेकिन सपा उम्मीदवार राजमती निषाद की 26 हजार से अधिक मतों से जीत, बसपा का दर्द बढ़ाने वाली रही। एक तो सपा का जीतना और उस पर भी उन राजमती का, जिसे चुनाव लड़ने के कारण बसपा ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था। राजमती ने बसपा के दोहरे चरित्र को ही अपना चुनावी मुद्दा भी बनाया। वास्तव में अपने पति और पूर्व मंत्री जमुना निषाद के निधन से रिक्त इस सीट पर जब राजमती ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की तो बसपा ने उन्हें निष्कासित कर दिया था, जबकि यहीं काम पूर्व मंत्री जितेन्द्र जायसवाल उर्फ पप्पू ने किया तो बसपा ने न केवल उन्हें पार्टी में बनाए रखा, बल्कि उसके नेताओं ने अंदरखाने सहयोग देने का भी काम किया। राजमती के साथ बसपा का रवैया स्वजातीय निषाद बिरादरी को उनके लिए एकजुट बनाने में तो सहायक रहा ही, लोगों में उनके प्रति सहानुभूति को बढ़ाने वाला भी रहा। दरअसल, 2012 के विधानसभा चुनाव के पहले होने वाले इस उपचुनाव में विजय हासिल कर खुद को सत्ता का विकल्प साबित करने की चाहत ने इस चुनाव को सपा और भाजपा के लिए खासा महत्वपूर्ण बनाया। तीन बार निर्दलीय चुनाव जीत चुके जितेन्द्र जायसवाल क्षेत्र में अच्छी पकड़ के मद्देनजर सपा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं नेता विरोधी दल शिवपाल सिंह यादव ने भी क्षेत्र को मथा। भाजपा उम्मीदवार राधेश्याम सिंह की जीत-हार स्थानीय सांसद योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा से सीधे तौर पर जुड़ी हुई थी, पर उनकी तमाम कोशिशें परवान न चढ़ सकीं। सपा में मना जश्न गोरखपुर के पिपराइच विधानसभा उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी राजमती निषाद की जीत पर शुक्रवार को सपा में जश्न मना। उपचुनाव जीतने की खबर मिलते ही सपा नेताओं-कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर दौड़ गई। नौजवानों की टोलियां ढोल-नगाड़े के साथ विक्रमादित्य मार्ग स्थित सपा मुख्यालय पर जुटती गई। सबने आपस में एक-दूसरे को जीत की बधाई देते हुए मुंह मीठा कराया। पटाखे दगा कर और लड्डू बांटकर भी खुशी का इजहार किया गया।


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