Wednesday, May 18, 2011

बंगाल में चुनाव बाद हिंसा से चिदंबरम चिंतित


प. बंगाल में विधानसभा चुनाव तो बिना खूनखराबे के निपट गए, लेकिन अब राज्य में दलीय कार्यकर्ताओं और समर्थकों में हिंसक संघर्ष शुरू हो गया है। सूबे में बीते चार दिनों में चुनाव बाद हिंसा में 7 लोगों की मौत हो गई। इनमें से दो लोग तो उत्तरी 24 परगना में मंगलवार को काल का ग्रास बने। केंद्र सरकार ने चुनाव बाद हिंसा को गंभीरता से लेते हुए राज्य की कानून एवं व्यवस्था पर चिंता जाहिर की है। पी. चिदंबरम ने इस बारे में राज्यपाल और भावी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात भी की है। पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के बेलघोरिया थाने के कमराठी इलाके में तृकां समर्थक मोहम्मद इकबाल की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। जिले के शांतिपुर में माकपा समर्थक की उस वक्त मौत हो गई जब उसने बम भरे हुए थैले के साथ भागने की कोशिश की। पुलिस ने बताया कि छापा मारने के दौरान माकपा समर्थक बम से भरा थैला लेकर भागा। इसी दौरान हुए विस्फोट में उसकी मौत हो गई। इसी समयावधि में दक्षिण 24 परगना के कसबा क्षेत्र में माकपा के स्थानीय नेता पर जानलेवा हमला किया गया। घटना के पीछे तृकां समर्थकों का हाथ होने का आरोप लगाते हुए भीड़ ने पथराव कर जाम लगा दिया। कुछ लोग तृकां दफ्तर में तोड़फोड़ के इरादे से आगे बढ़े पर पुलिस देख वापस लौट गए। हुगली जिले में तृणमूल कार्यकर्ताओं ने स्थानीय नेताओं से रंजिश के बाद अपनी ही पार्टी के दफ्तर पर बमों से हमला कर दस लोगों को जख्मी कर दिया। बताया जाता है कि नेताओं ने कार्यकर्ताओं को क्षेत्र के दुकानदारों से वसूली न करने को कहा था। इतना ही नहीं बाकुड़ा जिले में पुलिस ने कोताउल थानाक्षेत्र के चापड़ा गांव में तलाशी अभियान के दौरान एक तालाब के किनारे झाडि़यों में छिपा कर रखे गए 65 देशी बम बम और तालाब के भीतर से पांच रायफलें तथा 30 कारतूस बरामद किए। साथ ही जमीन में दबा कर रखी गई पांच रिवाल्वर भी जब्त कीं। इतनी भारी बरामदगी के बाद पुलिस ने पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान तेज कर दिया है।


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