अल्पसंख्यकों के बीच अछूत माने जाने वाली भारतीय जनता पार्टी में जमात-ए-उलेमा-ए-हिंद का बुधवार को विलय हो गया। जमात के इस कदम से भाजपा को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी की उपस्थिति में संगठन ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी ने अपने झूठे वादे और गलत नीतियों से देश के मुसलमानों को अब तक सिर्फ भ्रमित ही किया है। संगठन के दिल्ली इकाई के सदस्यों ने यहां पार्टी मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और गडकरी ने उनके पार्टी में शामिल होने का गर्मजोशी से स्वागत किया। जमात-ए-उलेमा-ए-हिंद ने यहां जारी अपनी एक विज्ञप्ति में कहा है कि हमने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है। जमात ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमें बहुत हतोत्साहित किया है। कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों का उपयोग सिर्फ वोट बैंक के रूप में किया और उनका राजनीतिक फायदा उठाया। संगठन के बयान में कहा गया है, कांग्रेस ने इस देश को सिर्फ घोटाले और सांप्रदायिक दंगे दिए हैं, इन सब चीजों ने जनता को सरकार बदलने के लिए मजबूर कर दिया है। जमात-ए-उलेमा-ए-हिंद ने भाजपा में शामिल होने का निर्णय देश भर में फैले अपने सदस्यों की राय लेने के बाद किया है। सेक्यूलर पार्टियों के झूठे वादे और देश की मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए संगठन ने यह फैसला लिया है|
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