भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येद्दयुरप्पा को पद से हटाने की सबसे पहले मांग करने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार ने पार्टी के शीर्ष नेताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, भाजपा एक अलग तरह की पार्टी के रूप में सामने आई थी लेकिन अब हिमाचल प्रदेश से कर्नाटक तक यह बेटों, बेटियों और रिश्तेदारों की पार्टी बनती जा रही है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शांता कुमार ने रविवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, भाजपा एक अलग तरह के दल के रूप में सामने आई थी लेकिन बाद में यहां भी परिवार तंत्र ने लोकतंत्र की जगह ले ली। उन्होंने पार्टी की संरचना पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा,पहले भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी हुआ करती थी, लेकिन अब हिमाचल प्रदेश से कर्नाटक तक यह बेटों, बेटियों और रिश्तेदारों की पार्टी बनती जा रही है। शांता कुमार ने मुख्यमंत्री बीएस येद्दयुरप्पा के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने के लिए पार्टी आलाकमान को ही कटघरे में खड़ा किया। शांताकुमार के मुताबिक, उन्होंने कर्नाटक के पार्टी प्रभारी पद पर रहने के दौरान ही राज्य की स्थितियों के बारे में पार्टी आलाकमान को सूचना दे दी थी, लेकिन उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया। जो बातें लोकायुक्त संतोष हेगड़े अभी बता रहे हैं, मैं वह सब पहले जानता था। मैंने एक-एक बात की जानकारी आलाकमान को दे दी थी। साथ ही कहा था कि अगर येद्दयुरप्पा के खिलाफ कार्रवाई नहीं करनी है तो उन्हें राज्य के प्रभारी के पद से मुक्त कर दिया जाए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, हेगड़े की रिपोर्ट की गंभीरता को देखते हुए पार्टी को मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई जरूर करनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि शांता कुमार ने शनिवार को येद्दयुरप्पा को हटाने के लिए हाल ही में पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी और संसदीय दल के मुखिया लालकृष्ण आडवाणी को चिट्ठी लिखी थी। शांता कुमार ने अपने पत्र में लिखा था कि येद्दयुरप्पा को पद पर बनाए रखने से देश भर में पार्टी की छवि खराब होगी। इस मामले में पार्टी पहले ही काफी समझौता कर चुकी है। अब राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के लिए और ज्यादा प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए। अपने पत्र लिखने को जायज ठहराते हुए यह भी कहा था कि कर्नाटक सरकार में भ्रष्टाचार की खबरों पर वह चुप होकर नहीं बैठ सकते। इसलिए पत्र लिखने का फैसला किया। एकजुट होने लगे येद्दयुरप्पा विरोधी बेंगलूर : कर्नाटक में भी येद्दयुरप्पा विरोधियों ने लामबंदी शुरू कर दी है। राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री जगदीश शेट्टर ने सोमवार को वरिष्ठ भाजपा नेता एच एन अनंत कुमार से भेंट की। अनंत कुमार को येद्दयुरप्पा विरोधी खेमे का माना जाता है। विधायकों की अयोग्यता के मामले में भी अनंतकुमार और मुख्यमंत्री विरोधी अन्य नेताओं ने लामंबदी कर येद्दयुरप्पा को हटाने की कोशिश की थी लेकिन केंद्रीय नेताओं का वरदहस्त होने के कारण येद्दयुरप्पा बच गए। येद्दयुरप्पा मामले में कार्रवाई के बाबत पूछे जाने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और येद्दयुरप्पा के करीबी समझे जाने वाले वेंकैया नायडू ने शनिवार को कहा था कि लोकायुक्त की रिपोर्ट आधिकारिक तौर पर सामने आने के बाद पार्टी आवश्यक कार्रवाई करेगी। नायडू ने कहा था कि भाजपा मीडिया में लीक हुई रिपोर्ट पर कोई प्रतिक्रिया देना ठीक नहीं समझती। स्थिति अगले कुछ दिनों में साफ होगी।
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