2जी घोटाले के कारण द्रमुक के एक और मंत्री दयानिधि मारन के केंद्रीय मंत्रिमंडल से पतन के बाद शनिवार को कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता प्रणब मुखर्जी को चेन्नई भेजा। मुखर्जी ने द्रमुख प्रमुख एम.करुणानिधि से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि केंद्रीय गठबंधन में किसी प्रकार की समस्या नहीं है। वह बना रहेगा। करुणानिधि के निवास पर एक घंटे चली बैठक के बाद प्रणब ने मीडिया से कहा, गठबंधन के बारे में काफी कुछ लिखा और कहा जा रहा, लेकिन कांग्रेस-द्रमुक का साथ बरकरार है। समय के साथ लगातार इसमें मजबूती आ रही है। 2जी घोटाले में द्रमुक के दो मंत्रियों (ए.राजा और मारन), करुणानिधि की बेटी कनीमोरी की गिरफ्तारी और तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में गठबंधन की करारी हार के परिदृश्य में प्रणब का यह बयान आया है। कनीमोरी की गिरफ्तारी के लिए करुणानिधि ने केंद्र को जिम्मेदार ठहराया था। उसके बाद कांग्रेस और द्रमुक के वरिष्ठ नेताओं की यह पहली भेंट थी। इस मुलाकात को लेकर द्रमुक खेमे से कोई बयान नहीं आया है। -राजा और मारन की जगह कौन : प्रणब की करुणानिधि से यह भेंट अगले सप्ताह केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चाओं के बीच महत्वपूर्ण है। जानकारों के अनुसार, इस बैठक में संभवत: यह चर्चा हुई कि मारन और राजा की जगह द्रमुक के किन लोगों को मंत्रिमंडल में जगह दी जाए? पत्रकारों द्वारा इस संबंध में किए गए इस सवाल का जवाब देने से प्रणब साफ मुकर गए। कहा जा रहा है कि द्रमुक राजा और मारन की जगह दूसरों को दिलाने में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाना चाहती। हालांकि द्रमुक के संसदीय दल के नेता टी.आर. बालू, पार्टी प्रवक्ता टी.के.एस. एलंगोवन और ए.के.एस. विजयन के नाम संभावितों में लिए जा रहे हैं। -जब यहां आता हूं : इस बैठक से संबंधित राजनीतिक अटकलों का वजन कम करने के लिए प्रणब ने कहा, यह साधारण मुलाकात थी। जब मैं भी इस शहर में आता हूं, तो करुणानिधि से मुलाकात अवश्य करता हूं। तमिलनाडु चुनावों में हार के बाद यह पहली मुलाकात है, इस पर सवाल किए जाने पर प्रणब ने कहा, वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर हमने अपने विचार एक-दूसरे से बांटे।
दैनिक जागरण (राष्ट्रीय संस्करण), 10 जुलाई, 2011
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