Saturday, September 17, 2011

बरकरार रहेगी राहुल गांधी की बढ़ी हुई भूमिका

 सोनिया की गैरमौजूदगी में सरकार और संगठन के निर्णय तंत्र का अहम हिस्सा बन चुके राहुल गांधी की बढ़ी हुई भूमिका कांग्रेस अध्यक्ष की वापसी के बाद भी बरकरार है। कांग्रेस अध्यक्ष की सक्रिय वापसी के बाद हुई पहली कोर कमेटी की बैठक से पहले प्रधानमंत्री से राहुल की मुलाकात ने इस सियासी संदेश को और मजबूती दी है। शुक्रवार शाम प्रधानमंत्री आवास पर महंगाई के मुद्दे पर हुई पार्टी की सर्वाधिक अधिकार संपन्न समिति की बैठक से पहले राहुल की प्रधानमंत्री से मुलाकात को युवराज के बढ़ते दखल और प्रभाव से जोड़ा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, पेट्रोल के बढ़े दामों और रसोई गैस के दाम बढ़ाने की तैयारियों से आम जनता में बेचैनी व नाराजगी के मुद्दे पर राहुल ने प्रधानमंत्री के सामने अपनी बात रखी। पेट्रोलियम पदार्थो की मूल्य वृद्धि पर सरकार के सीधे दखल की स्थिति में नीति बदलने पर चर्चा हुई। गुरुवार को उत्तर प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में हिस्सा लेने वाली सोनिया सेहत के मद्देनजर प्रधानमंत्री आवास पर हुई कोर कमेटी की बैठक में नहीं पहुंचीं। अलबत्ता बैठक से करीब आधे घंटे पहले राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अकेले में बातचीत की। इसके बाद प्रणब मुखर्जी, अहमद पटेल, एके एंटनी और पी. चिदंबरम जैसे नेताओं के साथ हुई कोर कमेटी की बैठक में वह कुछ ही देर रुके। यह पहला मौका है कि कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक में भी राहुल ने शिरकत की हो। सूत्रों के मुताबिक, पहले कोर कमेटी में सोनिया आने वाली थीं, लेकिन दामों में बढ़ोत्तरी और दूसरे विषयों पर सवेरे से ही राहुल विभिन्न नेताओं व अपनी कोर टीम से विचार-विमर्श करते रहे। इसके बाद राहुल ने सोनिया से भी इस मसले पर चर्चा की। तब कोर कमेटी के सभी सदस्यों को संदेश दे दिया गया कि कांग्रेस अध्यक्ष इस बैठक में नहीं आएंगी। सोनिया से विमर्श के बाद राहुल शाम साढ़े पांच बजे पीएम आवास पहुंचे। जबकि कोर कमेटी शाम छह बजे शुरू होनी थी। उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले बढ़ रही महंगाई ने राहुल की चिंता बढ़ा दी है। कांग्रेस महासचिव ने प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर ठोस उपायों और दाम वापस लेने के मुद्दों को भी टटोला। कोर कमेटी में लोकपाल के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। इसके लिए कानून मंत्री सलमान खुर्शीद भी बैठक में शामिल हुए। गांधी जयंती के दिन राजघाट जाएंगी सोनिया संगठन और सरकार की बैठकों में सक्रिय हो चुकीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी 2 अक्टूबर को जनता के सामने आ सकती हैं। 10, जनपथ के करीबी सूत्रों का कहना है कि गांधी जयंती के दिन पहली बार राजघाट जाकर वह राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी। वैसे शुक्रवार को उत्तर प्रदेश चुनाव समिति की बैठक से पहले वह सरकार के तीन शीर्ष नेताओं के साथ बैठक कर चुकी हैं। बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल के अलावा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह उनसे मिलने गए। इसके बाद सरकार में नंबर दो प्रणब मुखर्जी और रक्षा मंत्री एके एंटनी से भी उनकी मुलाकात हुई थी

No comments:

Post a Comment