Tuesday, September 20, 2011

भरतपुर हिंसा पर सेंकी जाने लगीं राजनीति की रोटियां

जयपुर बीमारी के बाद आराम कर रहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी राजस्थान के हालात को लेकर चिंतित हैं। सोनिया गांधी ने भरतपुर के गोपालगढ़ में दो समुदायों के बीच हुई हिंसा और पुलिस फायरिंग में एक समुदाय विशेष के आठ लोगों के मारे जाने की घटना पर नाराजगी जताई है। कांग्रेस आलाकमान का मानना है कि जिस समुदाय के लोग मारे गए है उसका हरियाणा, राजस्थान में बड़ा वोट बैंक है। सूत्रों के मुताबिक सोनिया ने माना है कि मौजूदा हालात में यह घटना पार्टी के लिए ठीक नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष की चिंता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने पार्टी के चार सांसदों की एक टीम को सोमवार को गोपालगढ़ भेजी। इनमें विजय बहुगुणा, रशीद अल्वी, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, विप्लव ठाकुर शामिल थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. ंद्रभान भी सांसदों के साथ रहे। आलाकमान की चिंता को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अचानक शनिवार को दिल्ली गए और कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल, महासचिव जनार्दन द्विवेदी एवं मुकुल वासनिक से मुलाकात कर गोपालगढ़ मामले से उन्हें अवगत कराया। इससे पहले सोनिया के निर्देश पर रविवार को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने गोपालगढ़ का दौरा कर लोगों से मुलाकात की। उन्होंने भरतपुर जिला अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की। जितेंद्र सिंह ने आज जयपुर में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान के साथ लंबी बैठक की। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में चन्द्रभान ने माना कि इस घटना में पुलिस प्रशासन की कमी रही है। गोपालगढ़ की घटना में मारे गए आठ लोगों से दो के शवों का ही अभी पोस्टमार्टम हुआ है। छह शवों का पोस्टमार्टम होना बाकी है। इन छह शवों को भरतपुर के सरकारी अस्पताल में मोर्चरी में रखा गया है। गोपालगढ़ में तनाव और भय के चलते लोगों का पलायन जारी है। यही वजह है कि कई बस्तियां खाली हो गई हैं। गलियों में सन्नाटा और मकानों पर ताले लटके हुए हैं। इस बीच कस्बे के व्यापारी दुकानें खोलने को तैयार नहीं हैं। उन्हें व्यापार से पहले सुरक्षा की गारंटी चाहिए। इस संबंध में क्षेत्र के लोगों को अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया। गौरतलब है कि पिछले बुधवार को गोपालगढ़ में दो समुदायों के बीच हुए विवाद में पुलिस फायरिंग और आपसी हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी

No comments:

Post a Comment