नई दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की भ्रष्टाचार विरोधी रथयात्रा से उत्तर प्रदेश में पार्टी की चुनावी रणनीति को झटका लगा है। पूरे प्रदेश में पार्टी का माहौल बनाने के लिए राजनाथ सिंह व कलराज मिश्र के नेतृत्व वाली जन स्वाभिमान यात्राएं, आडवाणी की यात्रा के प्रदेश से गुजरने के दौरान रुकी रहेंगी। प्रदेश की इन दोनों यात्राओं का दो चरणों के बीच दीवाली व छठ का ठहराव भी कुछ लंबा खिंच सकता है। इतना ही नहीं, समापन पर लखनऊ में होने वाली रैली की तारीख भी बदल जाएगी। उत्तर प्रदेश में भाजपा को भावी सरकार के विकल्प के रूप में जनता में पेश करने व कार्यकर्ताओं को पूरी तरह से सक्रिय करने के लिए भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह व प्रदेश चुनाव अभियान समिति के मुखिया कलराज मिश्र की 13 अक्टूबर से प्रदेश व्यापी जन स्वाभिमान यात्राओं पर निकलेंगे। इसी समय आडवाणी की भी यात्रा होने से प्रदेश के नेताओं की पशोपेश बढ़ गई है। गुरुवार को प्रदेश के नेताओं ने आडवाणी व प्रदेश की यात्राओं में टकराव टालने व कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए लगभग छह घंटे तक कड़ी मशक्कत की। सूत्रों के अनुसार आडवाणी की यात्रा प्रदेश में सात नवंबर से 13 नवंबर के दौरान रहने की उम्मीद है। यह यात्रा वाराणसी, इलाहाबाद, लखनऊ, शाहजहांपुर, बरेली व रामपुर से गुजरेगी। इसलिए प्रदेश की नेताओं की यात्राओं को इस मार्ग से दूर रखा जाएगा। राजनाथ सिंह व कलराज मिश्र को अपनी जन स्वाभिमान यात्राओं का कार्यक्रम बदलना पड़ा है। दोनों नेताओं को दीवाली व छठ त्यौहारों के चलते 23 अक्टूबर से 12 नवंबर तक बीच में यात्रा स्थगित करनी थी। यह यात्राएं तब तक स्थगित रहेंगी, जब तक कि आडवाणी की यात्रा प्रदेश से गुजर नहीं जाती। इसलिए यात्रा का लखनऊ में समापन भी 21 नवंबर से आगे बढ़ जाएगा। क्योंकि आडवाणी 20 नवंबर को दिल्ली में रैली से यात्रा समाप्त करेंगे। पार्टी दिल्ली व लखनऊ की रैली में भी कुछ दिनों का अंतर रखेगी। तय कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश की दोनों जन स्वाभिमान यात्राएं 13 अक्टूबर को शुरू होगी। एक यात्रा पूर्व में काशी के भारत माता मंदिर से निकलेगी, जबकि दूसरी पश्चिम में मथुरा में दीनदयाल उपाध्याय धाम से शुरू होगी। काशी से शुरू होने वाली यात्रा प्रदेश के 28 जिलों व लगभग 150 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी, जबकि मथुरा से प्रारंभ होने वाली यात्रा लगभग 36 जिलों व 170 विधानसभाओं से गुजरेगी
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