अहमदाबाद गुजरात में शांति, सद्भाव और एकता के लिए मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन दिन के उपवास के एलान के बाद सूबे में इस तरह के कार्यक्रमों की होड़ लगी है। मोदी के उवपास को फाइव स्टार उपवास बताते हुए राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने फुटपाथ सत्याग्रह की घोषणा की है। पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने मोदी से 3 घंटे अधिक उवपास का एलान किया। वहीं पूर्व गृह मंत्री हरेन पंड्या की पत्नी जागृति बेन भी 17 सितंबर को एक दिन के उपवास की तैयारी कर रही हैं। दर्पण अकादमी तथा क्रांति संगठन की ओर से 5 दिन के उपवास का आयोजन किया गया है। इस दौरान वे गरीबों को भोजन भी कराएंगे। वाघेला, मोढवाडिया तथा गुजरात विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने गुरुवार को बताया कि अमेरिका की एक शोध समिति की रिपोर्ट को भाजपा अमेरिकी संसद की रिपोर्ट बताकर लोगों को गुमराह कर रही है। मोदी को वीजा से इंकार करने वाला अमेरिका अब कैसे उनकी वाह-वाह कर रहा है। मोढवाडिया ने कहा कि मोदी करोड़ों रुपये खर्च कर अमेरिकी संस्थाओं से प्रशंसा खरीद रहे हैं। सरकार कभी उपवास नहीं करती, सरकार को काम करके बताना चाहिए, उपवास व अनशन तो सत्ताविहीन लोगों का हथियार है। उन्होंने कहा कि मोदी के कारण गुजरात की पहचान नहीं है बल्कि यह गुजरातियों के पुरुषार्थ का कमाल है। देश-विदेश में गुजराती लोग अपने कौशल से सूबे का नाम रोशन कर रहे हैं। वाघेला ने गांधी आश्रम पर किए जाने वाले सत्याग्रह को राज्य सरकार के झूठ तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ बताया। वाघेला ने उपवास को राजनीतिक स्टंट तथा व्यक्तित्व विकास की कवायद बताते हुए कहा है कि उन्हें आत्मशुद्धि के लिए उपवास करना चाहिए, राजनीतिक प्रसिद्धि के खातिर नहीं। गोहिल ने कहा कि पिछले दस वर्ष से मोदी की सद्भावना कहां गई थी। भाजपा और कांग्रेस दोनों को कठघरे में खड़ा करते हुए मशहूर नृत्यांगना व सामाजिक कार्यकर्ता मल्लिका साराभाई एवं क्रांति संगठन के भरत झाला ने कहा कि कौमी एकता की बात करने वाले अब तक कहां थे
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