ठ्ठ जागरण ब्यूरो, नई
दिल्ली गुरुवार
को भारत बंद के विपक्षी एलान के बीच राजग और खास तौर पर भाजपा सपा और
बसपा को भी कठघरे में खड़ा करने की कोशिश में जुट गई है। ममता बनर्जी की समर्थन
वापसी के बाद भाजपा कुछ इसी लिहाज से संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग
करने लगी है। जाहिर तौर पर इससे कांग्रेस के साथ-साथ इन दोनों दलों पर
भी दबाव बढ़ेगा। अल्पमत
में आई सरकार को अब बसपा और सपा का ही सहारा है। ऐसे में गुरुवार को जहां
सड़क पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खुलेगा वहीं बसपा और सपा को बहुत मोहलत
नहीं दी जाएगी। यही कारण है कि भाजपा की ओर से विशेष सत्र की बात की जाने
लगी है। पार्टी के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी ने जहां सीधे-सीधे इसकी मांग
की, वहीं
पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने भी कहा कि भारत बंद के बाद
राजग की बैठक में इस पर विचार होगा। ऐसी स्थिति बनी तो इन दोनों दलों पर
न सिर्फ राजग बल्कि दूसरे दल भी आक्रामक होंगे। भाजपा
भारत बंद की एकजुटता के लिहाज से संयम बरतना चाहती है। दिल्ली में राजग
के साथ-साथ वामदल भी इकट्ठा दिख सकते हैं। बताते हैं कि जंतर-मंतर पर जदयू
अध्यक्ष शरद यादव, भाजपा
नेता मुरली मनोहर जोशी और माकपा नेता प्रकाश करात
एक साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे। सूत्रों का कहना है कि राजग के कुछ नेता
बसपा और सपा से भी बात करने में जुटे हैं।
दैनिक जागरण राष्ट्रीय
संस्करण पेज -4,20-9-2012 jktuhfr
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