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प्रतीक मिश्र/एसएनबी नई दिल्ली।
तृणमूल कांग्रेस के
केंद्र की यूपीए सरकार से समर्थन वापसी के बाद जल्दी लोकसभा चुनाव की संभावनाओं
के बीच वाम दलों ने तीसरे मोर्चे के लिए पिच तैयार करने की मुहिम शुरू
कर दी है। आज ‘भारत
बंद’ के
बहाने माकपा महासचिव प्रकाश करात ने इस
मुहिम का आगाज किया। राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण
भूमिका निभाने की नई पारी की तैयारी में जुटे सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव पर
उनकी निगाहें टिकी
हैं। इस बार वामदल सपा मुखिया मुलायम सिंह को आगे कर गैरभाजपा और गैरकांग्रेस
दलों को एक झंडे के नीचे लाने की तैयारी में हैं। यूपीए के पहले कार्यकाल में परमाणु करार के
मुद्दे पर वामदलों ने यही दांव बसपा
सुप्रीमो मायावती पर लगाया था लेकिन तब उनकी मुहिम सिरे नहीं
चढ़ी थी। लेकिन
इस बार मुलायम के नेतृत्व में तीसरे मोर्चे की सफलता को लेकर वामदल बेहद
आश्वस्त हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भारी सफलता के
बाद सपा मुखिया मुलायम सिंह के हौसले भी बुलंद हैं। राष्ट्रपति चुनाव के दौरान
तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी के साथ आई रिश्तों की खटास को पिछले
दिनों सपा नेता ने दूर करने में सफलता पायी है जिसके बाद वह नए सिरे से
अपनी रणनीति को अंजाम देने में जुट गए हैं। सूत्रों के अनुसार आज भारत बंद
के दौरान काफी समय बाद जब वामदलों और सपा नेता मुलायम सिंह को एकसाथ बैठने
का मौका मिला तो बातें आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर हुईं। माकपा महासचिव
प्रकाश करात और भाकपा के वरिष्ठ नेता एबी बर्धन ने मुलायम को नई भूमिका
निभाने के लिए तैयार करने पर ज्यादा ध्यान केंद्रित (शेष पेज 2) रिटेल में एफडीआई
तथा डीजल मूल्यवृद्धि के विरोध में पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने के बाहर धरने पर बैठे समाजवादी
पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव,
टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू तथा माकपा महासचिव प्रकाश करात।
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राष्ट्रीय सहारा दिल्ली संस्करण पेज-1, 21-9-2012
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