जागरण ब्यूरो पेट्रोल की बढ़ी कीमतों पर रौद्र रूप दिखा रहीं तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी को शांत करने के लिए केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल के लिए खजाने की थैलियां खोल सकती है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से यद्यपि मंगलवार को तृणमूल के सांसद मूल्यवृद्धि वापस लेने की मांग के साथ मुलाकात करेंगे लेकिन अपनी पार्टी कांग्रेस के दबाव के बावजूद सरकार रोल बैक के मूड में नहीं है। वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी कोलकाता में ममता से मिलकर सूबे को पैकेज देने और पेट्रोल वृद्धि पर चर्चा करेंगे। कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने रोलबैक के बगैर ममता को मनाने की मुहिम पर साफ कहा, पेट्रोल के दामों में वृद्धि किसी तरह के लेन-देन का मुद्दा नहीं हो सकती। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ममता के बहुत सख्त रुख अपनाने के बाद यह सार्वजनिक आश्वासन देने को तैयार है कि निकट भविष्य में अब पेट्रोल के दाम नहीं बढ़ेंगे। साथ ही यह भी दिखाया जाएगा कि डीजल, केरोसिन और एलपीजी के दाम नहीं बढ़ाए जाएंगे, लेकिन पेट्रोल के दाम इस तरह घटाने से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कतई सहमत नहीं हैं। कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने भी इस आशय के संकेत दिए कि आगे दाम न बढ़ने देने का आश्वासन सरकार दे सकती है। सलमान ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री के साथ वार्ता के दौरान कुछ बिंदुओं पर सहमति बनेगी और प्रधानमंत्री मौजूदा प्रणाली में कुछ बदलाव भी कर सकते हैं। वहीं ममता बनर्जी ने भी साफ कर दिया है कि हम मूल्यवृद्धि के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेंगे, क्योंकि इसका सबसे ज्यादा असर आम आदमी पर पड़ रहा है। हमारी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान उनकी पार्टी के सांसद अपनी शिकायत उनके सामने रखेंगे तथा वह जो कहेंगे उसे सुनेंगे। ममता के अनुसार तृणमूल आम जनता की पार्टी है। बढ़ती महंगाई से लोगों पर पहले ही काफी बोझ बढ़ चुका है, हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे। चूंकि ममता भी बहुत आगे तक चली गई हैं, इसलिए सरकार इतना कर देगी को उन्हें भी चेहरा बचाने का मौका मिले। इस लिहाज से कोलकाता में प्रणब की ममता और पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा के साथ बैठक बेहद अहम है। वास्तव में ममता बंगाल को घाटे से उबारने के लिए 20 हजार करोड़ रुपये का पैकेज केंद्र से मांग रही हैं। इसके उलट वित्त मंत्री प्रणब कह चुके हैं कि 9000 करोड़ रुपये दिए जा सकते हैं। माना जा रहा है कि ममता ने पेट्रोल मूल्य वृद्धि के बहाने केंद्र पर दबाव बना दिया है। पिछले दिनों बंगाल के राज्यपाल एमके नारायणन ने दिल्ली आकर प्रधानमंत्री और प्रणब से राज्य को विशेष पैकेज पर बात की थी। सूत्रों के मुताबिक, केंद्र अब पश्चिम बंगाल के लिए अपनी थैली थोड़ी और ढीली कर उन्हें शांत करने की कोशिश करेगा।
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